Saturday, August 11, 2007

संगठन में शक्ति

पुराणिक समय से लोग संगठन में शक्ति के बारे में कहते आये हैं, हमने भी स्वतंत्रता इसी मूल मंत्र के पालन के फलस्वरूप मिली,, लेकिन क्या यह सच नहीं है कि हम इसे भूलते जा रहे हैं?

बाहरी और अंदरूनी आतंकवाद से निपटने के लिये पुन: सारे मतभेद मिटा कर एक होना होगा, ये देखिये जब जानवर ये कर सकते है तो हम क्यों नहीं?




(फाईल बडी है, धीरे धीरे लोड हो सकती है)

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