Thursday, March 01, 2007

गूगल का हिन्दी प्रेम

जीतेन्द्र भाई ने बताया कि गूगल बाबा हिन्दी का पोर्टल ला रहे हैं, लेकिन गूगल का हिन्दी प्रेम सिर्फ पैसा कमाने के लिये नहीं है, गूगल देश में साक्षरता के प्रचार प्रसार में भी योगदान दे रहा है। मुझे ये जानकारी तब मिली जब टेक्स केलकुलेटर की तलाश करते समय मैने ब्राउजर में गलती से google.com की जगह google.org लिख दिया। गूगल और प्लेनेट रीड ने कम साक्षर लोगों को पढने के नियमित अवसर प्रदान करने के लिये बालीवुड की फिल्मों के उपशीर्षक हिन्दी में ही दिखाने के अनुपम विचार को माध्यम बनाया है। प्लेनेट रीड का एक और प्रयास है देसी लस्सी, जहां आप हिन्दी फिल्मी गीत देख, सुन और पढ भी सकते हैं।

हो सकता है अब रमण भाई और रविजी कहें काश गूगल के प्रोग्रामरों ने हिन्दी वर्तनी के लिये यहीं देख लिया होता

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