क्या हम सुधरेंगे?
पहले मूर्तियों का दूध पीना, मछली चिकित्सा के लिये कतार लगाना, फिर
एक ज्योतिषी का खुद की मृत्यु की घोषणा करना और तमाम लोगों का उस खबर का सीधा प्रसारण देखना..
और अब 'एक चम्मच चमत्कारी पानी'...
क्या हम सुधरेंगे?
मानसिक हलचल को कतारबध्द करने का प्रयास
पहले मूर्तियों का दूध पीना, मछली चिकित्सा के लिये कतार लगाना, फिर
एक ज्योतिषी का खुद की मृत्यु की घोषणा करना और तमाम लोगों का उस खबर का सीधा प्रसारण देखना..
और अब 'एक चम्मच चमत्कारी पानी'...
क्या हम सुधरेंगे?
- नितिन | Nitin Vyas at 9:41 PM 3 टिप्पणियां
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आज कुछ मेरी खींची तस्वीरे नियाग्रा की...
कुछ लोग भेडाघाट और नियाग्रा की तुलना करते है मेरा प्रयास था एक साथ दोनो के चित्रो को रखना...
काश बेहतर प्रबंधन और मार्केटिंग भेडाघाट को भी मिली होती..
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- नितिन | Nitin Vyas at 1:34 AM 7 टिप्पणियां
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